Digestive Disorders

क्या आपको पता है कि आपका लिवर आपके शरीर का सबसे मेहनती अंग है? यह 24 घंटे काम करता रहता है और 500 से ज्यादा काम करता है। लेकिन आज के समय में लिवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। बीकानेर के प्रसिद्ध लिवर स्पेशलिस्ट Dr. Nikhil Gandhi के अनुसार, समय पर पहचान और सही इलाज से लिवर की सभी बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।
लिवर क्या है और यह क्यों जरूरी है?
लिवर आपके शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है जो पेट के दाईं तरफ पसलियों के नीचे स्थित होता है। यह एक पावरहाउस की तरह काम करता है और आपके जीवन के लिए अति आवश्यक है।
लिवर के मुख्य कार्य:
- खून की सफाई करना
- पित्त बनाना जो खाना पचाने में मदद करता है
- प्रोटीन और विटामिन का भंडारण
- ग्लूकोज को एनर्जी में बदलना
- संक्रमण से बचाव
लिवर में होने वाली प्रमुख बीमारियां
1. फैटी लिवर डिजीज (Fatty Liver Disease)
यह क्या है? जब लिवर में जरूरत से ज्यादा चर्बी जमा हो जाती है, तो इसे फैटी लिवर कहते हैं। यह दो प्रकार की होती है:
- एल्कोहोलिक फैटी लिवर: शराब पीने से होती है
- नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर: बिना शराब के होती है
मुख्य कारण:
- मोटापा
- डायबिटीज
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- तेल-मसालेदार खाना
- व्यायाम की कमी
2. लिवर सिरोसिस (Liver Cirrhosis)
Dr. Nikhil Gandhi के अनुसार, यह लिवर की सबसे गंभीर बीमारी है। इसमें लिवर के टिश्यू खराब हो जाते हैं और वे फाइब्रस टिश्यू में बदल जाते हैं।
मुख्य कारण:
- लंबे समय तक शराब पीना
- हेपेटाइटिस B और C
- फैटी लिवर का इलाज न कराना
- कुछ दवाओं का गलत इस्तेमाल
3. हेपेटाइटिस (Hepatitis)
यह लिवर में सूजन की बीमारी है जो वायरस, बैक्टीरिया या अन्य कारणों से होती है।
प्रकार:
- हेपेटाइटिस A: दूषित पानी और खाने से
- हेपेटाइटिस B: संक्रमित खून या असुरक्षित संबंधों से
- हेपेटाइटिस C: मुख्यतः संक्रमित खून से
4. लिवर में पथरी (Gallstones)
गॉल ब्लैडर में छोटे पत्थर बन जाते हैं जो दर्द का कारण बनते हैं।
लिवर की बीमारी के शुरुआती लक्षण
शुरुआती चेतावनी के संकेत:
- थकान और कमजोरी: बिना काम किए ही थक जाना
- भूख न लगना: खाने की इच्छा न होना
- पेट के दाईं तरफ दर्द: पसलियों के नीचे दर्द
- वजन का अचानक घटना: बिना डाइट के वजन कम होना
गंभीर लक्षण:
- पीलिया (Jaundice): आंखों और त्वचा का पीला होना
- पेट में पानी भरना: पेट का फूलना
- उल्टी में खून आना: गंभीर स्थिति का संकेत
- मानसिक भ्रम: सोचने समझने में दिक्कत
डॉक्टर की सलाह: “अगर आपको ये लक्षण दिखें तो तुरंत किसी लिवर स्पेशलिस्ट से मिलें। देरी करना खतरनाक हो सकता है।” – Dr. Nikhil Gandhi
लिवर की जांच कैसे होती है?
मुख्य टेस्ट:
- LFT (Liver Function Test): खून की जांच
- अल्ट्रासाउंड: लिवर की तस्वीर देखना
- CT स्कैन या MRI: विस्तृत जांच
- लिवर बायोप्सी: जरूरत के अनुसार
कब कराएं जांच?
- 40 साल की उम्र के बाद साल में एक बार
- अगर परिवार में लिवर की बीमारी का इतिहास है
- शराब पीने वालों को हर 6 महीने में
- डायबिटीज या मोटापे की समस्या है तो नियमित जांच
लिवर की बीमारी का इलाज
दवाओं से इलाज:
- हेपेटाइटिस: एंटी-वायरल दवाएं
- फैटी लिवर: वजन कम करने की दवा
- सिरोसिस: लक्षणों को कंट्रोल करने की दवा
जीवनशैली में बदलाव:
- पूरी तरह शराब बंद करें
- संतुलित आहार लें
- नियमित व्यायाम करें
- वजन कंट्रोल करें
गंभीर मामलों में:
- लिवर ट्रांसप्लांट: आखिरी विकल्प
अस्पताल में भर्ती: गंभीर लक्षणों के लिए
लिवर को स्वस्थ रखने के उपाय
खाने-पीने में सावधानी:
- हरी सब्जियां: पालक, ब्रोकली, करेला
- फल: आंवला, सेब, नींबू
- साबुत अनाज: बाजरा, ज्वार, दलिया
- कम तेल-मसाला: घर का बना खाना खाएं
जिन चीजों से बचें:
- शराब: बिल्कुल न पिएं
- जंक फूड: बाहर का तला-भुना खाना
- ज्यादा दवाएं: डॉक्टर की सलाह के बिना दवा न लें
धूम्रपान: सिगरेट-तंबाकू से दूर रहें
कब मिलें डॉक्टर से?
तुरंत डॉक्टर से मिलें अगर:
- आंखें या त्वचा पीली हो रही है
- पेट में तेज दर्द हो रहा है
- उल्टी में खून आ रहा है
- सांस लेने में दिक्कत हो रही है
- मानसिक भ्रम की स्थिति है
Dr. Nikhil Gandhi से इलाज क्यों कराएं?
विशेषताएं:
- DM Gastroenterology: उच्च योग्यता प्राप्त
- कोठारी हॉस्पिटल, बीकानेर: आधुनिक सुविधाएं
- 15+ साल का अनुभव: हजारों मरीजों का सफल इलाज
- आधुनिक तकनीक: लेटेस्ट इक्विपमेंट और जांच
सेवाएं:
- संपूर्ण लिवर जांच
- एंडोस्कोपी और कोलोनोस्कोपी
- GERD और एसिड रिफ्लक्स का इलाज
- पेट की सभी बीमारियों का इलाज
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1: क्या फैटी लिवर पूरी तरह ठीक हो सकता है?
उत्तर: हां, अगर शुरुआती स्टेज में पकड़ा जाए तो फैटी लिवर पूरी तरह ठीक हो सकता है। सही डाइट और एक्सरसाइज से 6-12 महीने में सुधार दिखता है।
Q2: लिवर सिरोसिस में कितने दिन जीते हैं?
उत्तर: यह स्टेज पर निर्भर करता है। शुरुआती स्टेज में सही इलाज से सामान्य जीवन जी सकते हैं। एडवांस स्टेज में ट्रांसप्लांट की जरूरत हो सकती है।
Q3: लिवर की बीमारी में क्या खाना चाहिए?
उत्तर: हरी सब्जियां, फल, दाल, चावल, दलिया खाएं। तेल-मसाला, शराब, जंक फूड से बचें।
Q4: लिवर की जांच में कितना खर्च होता है?
उत्तर: बेसिक LFT टेस्ट ₹500-800 में हो जाता है। संपूर्ण जांच ₹2000-5000 तक का खर्च हो सकता है।
Q5: क्या लिवर की बीमारी वंशानुगत होती है?
उत्तर: कुछ लिवर की बीमारियां वंशानुगत हो सकती हैं। अगर परिवार में इतिहास है तो नियमित जांच कराते रहें।
निष्कर्ष
लिवर की बीमारियां आज एक गंभीर समस्या बन गई हैं, लेकिन सही जानकारी और समय पर इलाज से इन्हें पूरी तरह ठीक किया जा सकता है। Dr. Nikhil Gandhi के अनुसार, “रोकथाम इलाज से बेहतर है।” अपनी जीवनशैली में सुधार करें, नियमित जांच कराएं और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें।
अगर आपको लिवर से जुड़ी कोई भी समस्या है तो आज ही Dr. Nikhil Gandhi से संपर्क करें। बीकानेर के सबसे अनुभवी लिवर स्पेशलिस्ट से सलाह लें और स्वस्थ जीवन जिएं।
यह जानकारी केवल शिक्षा के उद्देश्य से है। किसी भी मेडिकल समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
डॉ. निखिल गांधी
बेस्ट गैस्ट्रोलॉजिस्ट इन बीकानेर
📞 80056-87684
🌐 drnikhilgandhi.com
📍 Transport Gali, GS Road, opp. Laxmi Building, Bikaner